शहर में आवारा कुत्तों की संख्या का पता लगाने के लिए अब नगर निगम निजी एजेंसी से सर्वे कराएगा। इसके टेंडर जारी कर दिए गए हैं, जो एजेंसी कुत्तों का सर्वे करेगी। उसको हर एक कुत्ते के फोटो खींचकर देना होगा। इसकी निगरानी नगर निगम के अफसर करेंगे। अगले महीने से सर्वे का काम शुरू हो जाएगा।
दरअसल, 2019 में पशुपालन विभाग ने शहर के 85 वार्डों में आवारा कुत्तों की संख्या पता लगाने के लिए सर्वे कराया गया था। इस दौरान विभाग ने सर्वे रिपोर्ट में दावा किया था कि शहर में सिर्फ 9 हजार 917 आवारा कुत्ते हैं। पशुपालन विभाग की सर्वे रिपोर्ट को चेक करने की जिम्मेदारी नगर निगम के अफसरों को दी गई थी। इसके बाद नगर निगम ने सर्वे रिपोर्ट तैयार कर संभागायुक्त को बताया था कि 85 वार्ड में 11 हजार 544 आवारा कुत्ते हैं।
इस पर संभागायुक्त ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा था कि जब 11 हजार 544 आवारा कुत्ते हैं तो फिर हर साल 18 हजार आवारा कुत्तों की नसबंदी कैसे हो रही है। इसके बाद नगर निगम को दोबारा सर्वे कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे, तीसरी बार निगम ने सर्वे रिपोर्ट पेश बताया था कि शहर में करीब 75 हजार आवारा कुत्ते हैं। इस पर भी संभागायुक्त ने आपत्ति की। इसके बाद नगर निगम ने सर्वे काम बंद कर दिया था। नगर निगम के अफसरों ने बताया कि निजी एजेंसी से सर्वे कराया जाएगा। एक महीने में यह सर्वे रिपोर्ट जारी कर दी जाएगी।
डॉग बाइट के शहर में रोजाना 100 से ज्यादा केस
शहर में लगातार आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। रोजाना शहर में डॉग बाइट के करीब 100 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। पिछले साल पशुपालन विभाग ने करीब 6 महीने तक पूरे शहर में सर्वे किया था। इसके लिए करीब 119 कर्मचारी और अफसरों को लगाया था। इसके बाद नगर निगम ने भी दो बार में ऐसा ही सर्वे किया। लेकिन हर बार आंकड़ों में भारी अंतर रहा।