कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की तादाद बढ़ने के साथ ही जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की हाथ-पैर भी फूलने लगे हैं। अब तक 10 मरीजों में बीमारी की पुष्टि हो चुकी है। शहर में अधिक से अधिक आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जाने हैं। इसके लिए निजी संस्थानों की बिल्डिंग के अधिग्रहण पर विचार किया गया। इसी के तहत गुरुवार को संभागयुक्त ने बैठक ली। जिसमें एमआर टीबी हॉस्पिटल के सामने गोकुलदास हॉस्पिटल और गीता भवन स्थित विशेष हॉस्पिटल को अधिग्रहित किए जाने पर सहमति बनी।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल इन दो निजी अस्पतालों को अधिग्रहित किया जाएगा। इन्हें पूरी तरह कोरोना अस्पताल के रूप में तब्दील किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो स्वास्थ्य विभाग के पास कुल 6 सरकारी संस्थान हैं। जहां पर उन्होंने मरीजों के आइसोलेशन की व्यवस्था की गई हैं। इनमें एमआर टीबी हॉस्पिटल, ट्रेनिंग सेंटर, हुकमचंद पॉलीक्लिनिक, एमवाय अस्पताल, एमटीएच महिला अस्पताल और गुरु दत्तात्रेय फार्मेसी कॉलेज है। इसके अलावा 18 निजी अस्पतालों में भी यह व्यवस्था की गई है, लेकिन अब गोकुलदास अस्पताल और विशेष अस्पताल को जिला प्रशासन अधिग्रहित कर सकता है।